उदय हुआ धरम का

कुदरत का क़ानून

कुदरत का क़ानून


कुदरत का कानून सबपर लागू 

तो न्याय की भीख क्यों माँगु?


चाहे कितनी भी हो धन दौलत 

कुदरत के क़ानून पर 

असर नही करती रिशवत

         कुदरत का कानून सबपर लागू 

         तो न्याय की भीख क्यों माँगु?


चाहे तू कितना भी खून चूस 

कुदरत के कानून को 

दे ना पायेगा कोई भी घुस 

        कुदरत का कानून सबपर लागू

        तो न्याय की भीख क्यों माँगु?


चाहे जज भी बिक जाय 

पैसों के ख़ातिर, 

फिर भी कुदरत का

तू कुछ कर ना पाय 

        कुदरत का कानून सबपर लागू तो 

        न्याय की भीख क्यों माँगु?


© Nir Anand

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